भारत के संविधान की उद्देशिका अथवा प्रस्तावना नेहरू द्वारा प्रस्तुत उद्देश्य संकल्प में जो आदर्श प्रस्तुत किया गया उन्हें संविधान की प्रस्तावना अथवा उद्देशिका में शामिल कर लिया गया | संविधान के 42वें संशोधन (1976) द्वारा यथा संशोधित यह उद्देशिका निम्न प्रकार है - “ हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्वसंपन्न, समाजवादी,
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महत्वपूर्ण अधिवेशन
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महत्वपूर्ण अधिवेशन [List of Important Indian National Congress Sessions in Hindi] भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसम्बर, 1885 में की गई थी। इसका पहला अधिवेशन बम्बई (वर्तमान मुम्बई) में ‘कलकत्ता हाईकोर्ट’ के बैरिस्टर व्योमेशचन्द्र बनर्जी की अध्यक्षता में हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महत्वपूर्ण अधिवेशन भारतीयों के सबसे बड़े राजनीतिक दल
भारत के संविधान के भाग,अनुच्छेद एवं प्रावधान
भारत के संविधान के भाग,अनुच्छेद एवं प्रावधान संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी 1950 को हुई और 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ । भारतीय संविधान में 395, अनुच्छेद 22 भागों में विभाजित हैं। संविधान के ये 22 भाग अलग-अलग विषयों के सम्बन्ध में व्यवस्था करते हैं। इसके अतिरिक्त मूल संविधान में 8
भारत के संविधान की अनुसूचियाँ ,भाग एवं अनुच्छेद
भारत के संविधान की अनुसूचियाँ ,भाग एवं अनुच्छेद संविधान को 26 नवम्बर 1949 जब संविधान सभा द्वारा पारित किया गया तब भारतीय संविधान में कुल 22 भाग, और 8 अनुसूचियां थीं । वर्तमान में संविधान में ये 22 भाग ,395 अनुच्छेद मूल संविधान में संवैधानिक संशोधनों के बाद अनुसूचियां की संख्या 12 हो गई है । संविधान
पंचायती राज व्यवस्था-73वां संविधान संशोधन
पंचायती राज व्यवस्था-73वां संविधान संशोधन आर्थिक एवं राजनीतिक शक्तिओ का निम्नस्तर (ग्राम) तक विकेन्द्रीकरण ही लोकतान्त्रिक विकेंद्रिकरण है जिसे गांधीजी ने “ग्राम स्वराज “ का नाम दिया तथा मूल संविधान के अनुच्छेद 40 वें और 73वां संशोधन द्वारा अनुच्छेद 243 में पंचायती राज संस्थाओं का तात्पर्य ग्रामीण स्वशासी संस्थाओं से है ब्रिटिश शासन काल में